New Parliament building inauguration date – नया संसद भवन का उद्घाटन कब है

नया संसद भवन :- संसद(पर्लीयमेंट) ये वह जगह है जहां से पूरे भारत को नियंत्रित करने के लिए कानून बनाए जाते हैं।हर देश का संसद उस देश का गौरव होता है।

  • भारतीय संसद का  का डिजाइन सर एडमिन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा किया गया।1935 में संसद बनाकर के तैयार हो गया। और 1935 से लेकर के 2023 तक  सारे नियम कानून संसद में ही बनाया गया।
  • परंतु 2023 में नए संसद भवन का निर्माण कराया गया।
  • नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत का एक प्रतीक है।

आखिरकार नया संसद भवन की जरूरत क्यों पड़ी ?

  • बढ़ती आबादी के साथ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट की जनसंख्या भी पार्लियामेंट में बढ़ती जा रही थी। और पुराने संसद भवन में इतने लोगों को संभाल पाना मुश्किल था और तो और वहां की दीवारें भी नम होती जा रही थी। तत्पश्चात संविधान में संशोधन  किया गया कि अब से और नए मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का चुनाव नहीं होगा,जब तक की 2026 तक नए संसद भवन का निर्माण नही हो जाता। तत्पश्चात नए मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का चुनाव होगा।

नया संसद की कुछ विशेषताएं देखते हैं?

  • नई संसद भवन का डिजाइन गुजरात के आर्किटेक्चर विमल पटेल जी के द्वारा  किया गया। जैसा कि हमने पहले कहा था जगह की कमी के कारण ही नए संसद भवन का निर्माण कराया गया इसीलिए इस संसद भवन में लोकसभा में 888 सीट बनाई गई है तथा राज्यसभा में 384 सीट बनाई गई है और तोऔर सेंट्रल हॉल में 1234 लोगों के बैठने की जगह है। बताया जा रहा है कि नई संसद की आयु डेढ़ सौ वर्ष है एवं इस पर भूकंप का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और तो और पुराने संसद भवन से भी बड़ा है।
  • संसद भवन में अखंड भारत को दर्शाया गया  मानचित्र को रखा गया है। चोल वंश के शांति के प्रतीक के दंड को स्पीकर के समीप रखा गया है।

 नया संसद भवन की बनने की कल्पना से लेकर के उद्घाटन तक

  • नई संसद भवन की कल्पना भारत सरकार के द्वारा सितंबर 2019 में किया गया उसके बाद फिर अक्टूबर 2020 में इसको डिजाइन करने के लिए अहमदाबाद मे एचसीपी डिजाइनिंग एंड मैनेजमेंट  प्राइवेट लिमिटेड को डिजाइन करने के लिए दे दिया गया। फिर नए संसद के ऊपर काम शुरू हो गया 23 मार्च 2023 को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी नई संसद भवन के निरीक्षण  हेतु गए। तत्पश्चात 18 में 2023 को लोकसभा के तत्कालीन स्पीकर श्री ओम बिरला ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की एवं उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया।
  • कई विपक्षी  पार्टियों ने प्रधानमंत्री मोदी को नए संसद का उद्घाटन करने को विरोध किया उनका मानना था कि राष्ट्रपति संसद का एक अंग होती है इसीलिए यह कार्य उनके ही हाथों किया जाए।बहुत सी राजनीतिक  परियों इस अवसर पर अनुपस्थित रहे।
  • उद्घाटन हो जाने के बाद विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया कि संसद भवन में केवल हिंदू रीति रिवाज से ही उसका उद्घाटन किया गया, चुकी ये पूरे देश का है और इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन ,पारसी सब रहते हैं इसीलिए किसी विशेष धर्म को मान करके इसका उद्घाटन नहीं होना चाहिए। परंतु  बाद में इसे  गलत माना गया क्योंकि उद्घाटन के समय सारे धर्म के अलग-अलग लोग थे जो अपने-अपने धर्म के अनुसार अपने अपने मंत्रों से उद्घाटन में सामिल थे।
  • अंततः 28 में 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया। सबसे पहले 28 वर्षों से फंसे हुए एक ऐतिहासिक बिल जिसे हम महिला आरक्षण बिल के नाम से जानते हैं उसे पास करवाया।

हाल ही में नए संसद भवन पर हमला हुआ आईए जानते हैं इसे किसने और क्यों करवाया था?

  • ऐसा दूसरी बार हुआ जब संसद भवन पर हमला हुआ।पहली बार 14 दिसंबर 2001 में किया गया जिसके पीछे पाकिस्तान के आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था।
  • दूसरी बार फिर नई संसद भवन में 14 दिसंबर 2023 को हमला किया गया है पर इसके पीछे किसका हाथ है इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। अभी तक घटना को लेकर के तीन लोग पकड़े गए हैं जिसमें दो पुरुष एक महिला थी महिला की उम्र 42 यह बताया जा रहा है एवं एक कम उम्र 28 साल 23 साल। बताया जा रहा है कि अपराधी स्मोक गन लेकर के संसद मे पहुंचे थे। हालांकि वहां पर मौजूद सोचा कर्मियों ने तुरंत थी इन सबको अपने कब्जे में ले लिया। परंतु यह भारतीय इतिहास में एक बड़ी  के नाम से दर्ज किया गया

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