Shayari Happy New Year 2024 : हैप्पी न्यू ईयर शायरी हिंदी 2024

हैप्पी न्यू ईयर शायरी हिंदी 2024 attitude

Shayari Happy New Year 2024 : हैप्पी न्यू ईयर शायरी हिंदी 2024 :-

नया साल, नई कहानियां! पिछले वर्ष की परेशानियों को भूल जाओ और केवल आशीर्वाद को आगे बढ़ाओ. आपको शानदार 2024 की शुभकामनाएं

आपके साथ एक और साल शुरू करना सचमुच एक सपने के सच होने जैसा है. मैं आने वाले वर्ष और उसमें बनने वाली सुखद यादों के लिए बहुत उत्साहित हूं. नया साल मुबारक हो

नया साल, नई कहानियां! पिछले वर्ष की परेशानियों को भूल जाओ और केवल आशीर्वाद को आगे बढ़ाओ. आपको शानदार 2024 की शुभकामनाएंHappy New Year 2024

अपने दिल को कल की आशाओं से और

अपने मन को कल की यादों से भर दें

आप को न्यू ईयर की शुभकामनाएं

हैप्पी न्यू ईयरHappy New Year 2024

Cheers to a fresh start and a year filled with exciting adventures. May the New Year bring you prosperity and success in all your endeavors

.

As the clock strikes midnight, let’s welcome the New Year with hope and enthusiasm. Wishing you a year ahead filled with love, laughter, and success.

खुशियाँ लाया हैं, बेहतरीन दिलों में।

चमकती रहें ये नई सुबहों की किरनें,

खुशियों का मौसम हो, ये दिल से यहीं कहें।

You don’t have to see the whole staircase, just take the first step” – Martin Luther King

खुशियों की बोछार दोस्ती है,

एक खुबसूरत प्यार दोस्ती है,

साल तो आते जाते रहते हैं,

पर सदा बहार होती दोस्ती है।

हैप्पी न्यू ईयर दोस्त!Happy New Year 2024

Cheers to a new year! I hope you enjoy excellent health, wonderful adventures, and wonderful companionship.

सच्चे दिल से न्यू ईयर मनाना

सबको खुशी का हिस्सा बनाना

अपना पराया सब भुला कर

दिल से सब को गले लगाना।

न्यू ईयर की शुभकामनाएं

फरिश्ता बनके कोई आएगा

सारी उम्मीदें तुम्हारी पूरी करके जायेगा

क्रिसमस के इस शुभ दिन पर

गिफ्ट खुशियों को दे जाएगा

न्यू ईयर की शुभकामनाएंHappy New Year 2024

भूल जाओ बीता हुआ कल दिल में बसा लो,

आने वाली पल खुशियां लेकर आएगा,

आने वाला कल Happy New Year!

कोई हार गया कोई जीत गया

ये साल भी आखिर बीत गया

नव वर्ष की शुभकामनाएंHappy New Year 2024

आपकी राहों में फूलों को बिखराकर लाया है नववर्ष,

महकी हुई बहारों की खुशबू लाया है नववर्ष।

नववर्ष की शुभकामनाएं

स्वर्णिम बने भविष्य आपका

जीवन हो सुगम-सफल

एक नया संकल्प लेकर आप

नव वर्ष को बनाए उज्जवल ।

नए साल की ढेर सारी बधाई

hope you have an amazing year filled with romance, happiness, and travel!

दिसंबर और जनवरी का रिश्ता कविता… . 

कितना अजीब है ना, 

*दिसंबर और जनवरी का रिश्ता?*

जैसे पुरानी यादों और नए वादों का किस्सा…

दोनों काफ़ी नाज़ुक हैं

दोनो में गहराई है,

दोनों वक़्त के राही हैं, 

दोनों ने ठोकर खायी है…Happy New Year 2024

यूँ तो दोनों का है

वही चेहरा-वही रंग,

उतनी ही तारीखें और 

उतनी ही ठंड…

पर पहचान अलग है दोनों की

अलग है अंदाज़ और 

अलग हैं ढंग…

एक अन्त है, 

एक शुरुआत

जैसे रात से सुबह,

और सुबह से रात…

एक में याद है

दूसरे में आस,

एक को है तजुर्बा, 

दूसरे को विश्वास…

दोनों जुड़े हुए हैं ऐसे

धागे के दो छोर के जैसे,

पर देखो दूर रहकर भी 

साथ निभाते हैं कैसे…

जो दिसंबर छोड़ के जाता है

उसे जनवरी अपनाता है,

और जो जनवरी के वादे हैं

उन्हें दिसम्बर निभाता है…

कैसे जनवरी से 

दिसम्बर के सफर में

११ महीने लग जाते हैं…

लेकिन दिसम्बर से जनवरी बस

१ पल में पहुंच जाते हैं!!

जब ये दूर जाते हैं 

तो हाल बदल देते हैं,

और जब पास आते हैं 

तो साल बदल देते हैं…

देखने में ये साल के महज़ 

दो महीने ही तो लगते हैं,

लेकिन… 

सब कुछ बिखेरने और समेटने

का वो कायदा भी रखते हैं…

दोनों ने मिलकर ही तो 

बाकी महीनों को बांध रखा है,

.

अपनी जुदाई को 

दुनिया के लिए 

एक त्यौहार बना रखा है..!

 Happy Year Ending 😊

भारत में 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत क्यों नहीं मानते हैं।Happy New Year 2024

  • हम सब 1 जनवरी को नए साल के रूप में मनाते हैं यह परंपरा सदियों से चली आ रही है पूरे विश्व के लिए शिवाय भारत में। 
  • दरअसल हिंदू कैलेंडर के मुताबिक नए साल की शुरुआत होलिका दहन के बाद होती है इसीलिए भारत में होलिका दहन के बाद लोगों को एक दूसरे को रंग लगा करके नए वर्ष की शुरूआत किया जाता है। सदियों से भारत में नए वर्ष की शुरुआत की परंपरा को अंग्रेजों के द्वारा बदलाव किया गया। अंग्रेजों ने ही 1 जनवरी को नए साल मनाने की परंपरा को भारत में शुरू किया। हिंदू कैलेंडर में साल की शुरुआत मार्च से होती है जिसे हम चैत्र कहते हैं। 
  • हिंदू कैलेंडर में मार्च से साल की शुरुआत करने के पीछे एक कारण है दरअसल  चैत्र नव रात्रि के प्रथम दिन अर्थात् वर्ष प्रतिपदा एवं गुड़ी पड़वा पर प्रत्येक वर्ष विक्रम संवत के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरम्भ होता  से प्रकृति में बदलाव आ जाते हैं इसीलिए उसे समय ही नए वर्ष का शुभारंभ माना जाता है। 
  • यह परंपरा  भारत में तो चले जा रही है जब से जो है सो इस संसार में लोग केवल किसी तरह अपने जीवन जीने कोई अपनी जीवन शैली मानते थे। 

हिंदुस्तान के बारे में कुछ चीज जो  विश्व को भारत के बारे में छुपाया गया।Happy New Year 2024

  • सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म माना जाता है। सनातन धर्म के महर्षि ने बड़े-बड़े ग्रंथ, वेद ,उपनिषद को लिखा। न केवल ग्रंथ और उपनिषद में हर क्षेत्र में भारत पर विश्व से सबसे आगे था इसलिए तो हमारे भारत देश को विश्व गुरु कहा जाता है। आई अब हम कुछ बातें आपके साथ रखते हैं जिससे कि यह प्रमाणित हो सके कि भारत विश्व गुरु क्यों कहलाता है। 
  • भारत में 600 BC में ही गणराज्य की स्थापना हो गई थी। जो पूरे विश्व  को  लोगों को कैसे रहना है वह पता नहीं था उसे वक्त भारत में गणराज्य की स्थापना हो चुकी थी। उसे वक्त विश्व के लोग केवल किसी तरह जीवित रहना को ही अपनी जीवन शैली मानते थे। 
  • गुप्त काल में ही आर्यभट्ट ने जीरो की खोज की थी। 
  • आज से 7000 साल पहले ही भारत के ऋषि मुनियों ने बड़े-बड़े ग्रंथ की रचना कर दी थी जैसे की रामायण,महाभारत ,उपनिषद वेद ,आदि। 
  • सनातन धर्म मे होलिका दहन के बाद ही नए साल की शुरुआत माना जाता है। 

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