Ram Mandir Open Date – अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन

Ram Mandir Open Date – अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन :- सूर्यवंश  में राजा दशरथ एवं कौशल्या के पुत्र श्री राम को आज सारा संसार जानता है। श्री राम भगवान विष्णु के अवतार माने जाते है ,इस अवतार में भगवान ने  पूरा जीवन इंसान के रूप मे पृथ्वी पर वास किया। इससे पहले भगवान विष्णु के कई अवतार हुए जैसे नरसिंह अवतार,मत्स्य अवतार, कृष्ण ,परशुराम ,वामन आदि पर वह सब केवल कुछ पल या कुछ वर्ष के लिए ही इस धरा पर आते थे ताकि असुरो का नाश कर सके परंतु इस समय श्री राम के अवतार मे उन्होंने लंबी समय तक पृथ्वी पर राज किया।

इस समय को त्रेता युग कहा गया। श्री राम ने इस युग मे पूरे मानव जाती को एक नये आदर्श के तोर पर उभरे जैसे की मर्यादा पुरुषोत्तम,अपने पिता के वचनों को पूरा करने के लिए 14 साल वनवास चले गए, क्षण भर में मुस्कुराते हुए एक समृद्ध राज्य को छोड़ दिया ,अपने प्रजा के लिए अपने पुत्र अपनी संतान को त्याग दिया ,अपना वचन निभाने के लिए अपने छोटे भाई का त्याग कर दिया आदि कई  अनगिनत उदाहरण है जिनकी व्याख्या हम नहीं कर सकते।

राम जन्मभूमि का इतिहास :-

  • हिंदू ग्रंथो, वेदों में भगवान श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है । इसीलिए यह  जन्म स्थान हिंदुओं के लिए बहुत ही पवित्र है।
  • 1527 मिर बाकी ने यहां पर मस्जिद का निर्माण करवाया जिसका नाम बाबरी मस्जिद रखा गया। मुगल साम्राज्य के प्रथम राजा बाबर के नाम पर ही या मस्जिद बनाया गया ।बाबरी मस्जिद उत्तर प्रदेश की बड़ी मस्जिदों में से एक थी।हिंदु का माना है कि वहां पर पहले राम मंदिर हुआ करता था और उसे राम मंदिर को तोड़ करके बाबरी मस्जिद बनाया गया।
  • इसीलिए 1992 में श्री राम भक्तों ने आरएसएस आ १५०००० लोगो के साथ मिलकर के एक रैली निकाली  परंतु बीच में ही रैली दंगा में बदल गई जिसके फल स्वरुप बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर दिया गया। इसका परिणाम बहुत से शहरों में देखने को मिला जिसमें ३००० से अधिक लोग मारे गए।
  • अलग-अलग धर्म  के लोगो के अयोध्या को लेकर के कुछ मत हिंदुओं के लिए यह भगवान श्री राम का जन्म स्थान है इसीलिए यह स्थान हिंदुओं के दिलों में बहुत ही पवित्र जगह रखता है।
  • वहीं जैन धर्म के लोग व्याख्या करते हैं कि अयोध्या वह जगह है जहां पर उनके पांच जैन तीर्थंकर आदित्यनाथ, अभिनंदन नाथ, ऋषभदेव, अनंतनाथ  और श्वेतानंद रहा करते थे इसीलिए यह जैन के लिए भी अति श्रद्धा जनक स्थान मानते हैं।
  • वहीं दूसरी और मुस्लिम का कहना है कि यह 1528 मैं मीर बाकी ने मुगल साम्राज्य के प्रथम शासक बाबर के नाम पर बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाया था इसीलिए मुसलमान से अपना मानते हैं।

श्री राम मंदिर बनने के पीछे का संघर्ष :-

  • राम मंदिर बनने के पीछे अनगिनत लोगों का बलिदान है, बहुत से लोगों ने अपना घर बार खो दिया। यहां तक कि जब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह के सरकार थी तो उन्होंने अयोध्या तक ,अयोध्या से 200 किलोमीटर दूर तक की आने वाली सभी रेल को बंद करवा दिया था ताकि कोई भी प्रदर्शन करी अयोध्या तक ना पाए ।कई हिंदू हिंदुओं पर अंधाधुंध गोली चलवाई जिससे हजारों लोग वहीं पर मर गए, घायल हो गए। कई पार्टियों ने राम मंदिर बनने का उपहास उड़ाया। राम मंदिर बनाने के सपोर्ट केवल बीजेपी पार्टी ही थी। उस समय के भाजपा प्रमुख लालकृष्ण आडवाणी ने अयोध्या में रथ यात्रा निकला था परंतु उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
  • यहां तक की सुप्रीम कोर्ट भी इस मुद्दे पर सुनवाई करने से हमेशा बचते रहे  तारीख पर तारीख पड़ता रहा परंतु कुछ भी संतुष्ट जनक कोई परिणाम नहीं आया। हिंदू अपने ही देश में ,अपनी ही राज्य में हिंदू की  बहुमत  होने के बावजूद भी राम मंदिर देखने को तरसते रहे।
  • आगे चलकर जब 2014 को केंद्र मे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे और 2017  उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व मे भाजपा की सरकार आई तो इस मुद्दे पर जोड़ दिया गया।
  • अंततः 9 नवंबर 2019 को  पांच जजों की बेंच ने इस पर अपना अंतिम फैसला आया की यहां पर राम मंदिर बनेगा। उस समय रंजन गोगोई चीफ जस्टिस थे, इनके साथ चार और जज शामिल थे जस्टिस ऐसे बोबडे,जस्टिस डिवाइस एटीट्यूड ,जस्टिस अशोक भूषण ,जस्टिस एस अब्दुल नजीर।
  • तत्पश्चात 5 अगस्त 2020 को  भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री से नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अयोध्या में भूमि पूजन किया गया।

अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन

  • 30 दिसंबर 2023 तक मंदिर बनकर पूरा तैयार हो गया।
  • आखिर वह दिन आ ही गया जिसके लिए हजारों हिंदुओं ने अपनी जान दे दी 22 जनवरी 2024 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है।

राम मंदिर को बनाने में कितना खर्च आया :-

  • ऐसा माना जा रहा है कि मंदिर  का निर्माण तीन चरणों में संपन्न होगा इसमें यह पहला चरण है अभी तक 1000 करोड़ का खर्च आ चुका है ।
  • श्री राम जन्मभूमि में स्थापित होने वाली मूर्ति  हमारे पड़ोसी देश नेपाल के कालि गंडकी नदी से सलिग्रां पत्थर आई है। और तो और मंदिर में लगने वाले पत्थर भारत के अलग-अलग जगह  से लाई गई है  जैसे कि एक पिंक स्टोन है जो की राजस्थान के भरतपुर जिले के बंशीपुर पहाड़ का है। मंदिर को बनाने के लिए  भारत के अलग-अलग जगह से लोग और समान लाये गए है जैसे की लकड़ी महाराष्ट्र से लाया गया, लकड़ी की निकासी कन्याकुमारी से किया जा रहा है, और मंदिर में लगने वाले ग्रेनाइट्स कर्नाटक एवं तेलंगाना से लाये गए हैं  और मूर्ति में कारीगर करने वाले उड़ीसा के है।
  • चुकी राम मंदिर जमुना नदी के किनारे है तो वहां पर भविष्य में यमुना नदी के तेज प्रवाहों से राम मंदिर को नुकसान न पहुंचे इसीलिए उसके अगल-बगल एक मोटी दीवार बनाई गई है।
  • पूरा भारत के लोग इस मंदिर को बनाने में सम्मिलित है।
  • आज तक के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि दो बार दिवाली मनाया जाएगी एक तो दिवाली के समय और दूसरी 22 जनवरी 2024 को क्योंकि यह दिन हमारे प्रभु श्री राम मंदिर का उद्घाटन का दिन रहेगा करोड़ों हिंदुओं का सपना साकार होगा।

1 thought on “Ram Mandir Open Date – अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन”

Leave a Comment